26 August, 2020

कॉम्पैक्ट डिस्क क्या है - What is Compact Disc in Hindi

कॉम्पैक्ट डिस्क (Compact Disc) CD का full form है, कुछ वर्ष पहले cd का प्रयोग Computer Software, movies और games को store करने के लिये किया जाता था लेकिन अब कॉम्पैक्ट डिस्क (Compact Disc) की जगह DVD, Blu-ray Disc और USB Storage Device ने ले ली है जैसे वीसीआर (vcr) की जगह CD ने ली थी तो आईये जानते हैं क्‍या है सीडी या कॉम्पैक्ट डिस्क (Compact Disc) - What is Compact Disc in Hindi

कॉम्पैक्ट डिस्क क्या है - What is Compact Disc in Hindi

कॉम्पैक्ट डिस्क क्या है - What is Compact Disc in Hindi

कॉम्पैक्ट डिस्क क्या है - What is Compact Disc

कॉम्पैक्ट डिस्क (Compact Disc) एक ऑप्टिकल डिस्क या एक कंप्‍यूटर स्टोरेज डिस्क है जो डेटा को डिजिटल रूप से स्टोर करती है, Computer में कॉम्पैक्ट डिस्क (Compact Disc) पोर्टेबल और सेकंडरी स्टोरेज डिवाइस के रूप में प्रयोग किया जाता है जिसे आमतौर पर सीडी के नाम से जाना जाता है

CD में कितना डाटा स्‍टोर किया जा सकता है CD Capacity in Hindi 

वैसे तो Compact Disc कई साइज में आती है लेकिन एक सामान्‍य CD का साइज 4.7 in होता है Capacity 700 MB होती है लेकिन इसमें 737 MB तक डाटा स्‍टोर किया जा सकता है

CD में Data कैसे स्‍टोर किया जाता है 

आप तो जानते हैं कंप्‍यूटर केवल बायनरी भाषा को ही समझता है ऑप्टिकल डिस्क सीडी रोम में डाटा को बायनरी रूप में स्टोर करने के लिए हाई इंटेंसिटी और डाटा को पढने के लिये लो इंटेंसिटी वाली लेजर बीम का उपयोग किया जाता है

कॉन्पैक्ट डिस्क में डाटा को स्टोर करने के लिए सीडी राइटर का इस्तेमाल किया जाता है इसमें हाई इंटेंसिटी वाली लेजर किरणे जब सीडी पर पड़ती हैं तुम्हें सीडी पर कहीं गड्ढा बनाती है और कहीं नहीं तू जहां पर यह गड्ढे बनते हैं वह बायनरी में 1 को दर्शाता है और जहां पर गड्ढा नहीं बना होता है उसे लैंड (land) कहते हैं वह बायनरी में 0 को दर्शाता है

इस तरह से डाटा सीडी में राइट कर लिया जाता है अब इस डाटा को पढ़ने के लिए लो इंटेंसिटी वाली यानि कम पावर वाली लेजर किरणों का प्रयोग किया जाता है सीडी अपने ट्रैक पर घूमती है औरलेजर लाइट सीडी में आने वाले गड्ढों और लैंड (land) से रिफ्लेक्ट होकर वापस आती है इस तरह से लाइट को इलेक्ट्रिक सिग्नल में बदला जाता है और डाटा को रीड किया जाता है

CD के बारे में महत्‍वपूर्ण तथ्‍य 

कॉम्पैक्ट डिस्क (Compact Disc) से पहले सेकेंडरी स्टोरेज डिवाइस के तौर पर फ्लॉपी डिस्क का इस्तेमाल किया जाता था जो कि एक Magnetic Storage था फ्लॉपी डिस्क की भंडारण क्षमता केवल 1.44 मेगाबाइट से 2.8 मेगाबाइट के बीच होती थी जबकि कॉम्पैक्ट डिस्क (Compact Disc) की भंडारण क्षमता 700mb है जिसमें लगभग 800 फ्लॉपी का डाटा स्टोर किया जा सकता है 

कॉम्पैक्ट डिस्क (Compact Disc) अन्य मैग्नेटिक डिवाइस से ज्यादा पॉपुलर इसलिए हुई क्योंकि एक तो इसमें इनसे ज्यादा डाटा स्टोर किया जा सकता था साथ ही यह आसानी से खराब नहीं होती थी यह बहुत ही हल्की और पॉलिटिकल होती हैं और इन्हें लंबे समय तक डाटा को तोड़ कर के रखा जा सकता है एक बार जब सीडी राइट कर ली जाती है तो उसे कई बार इस्तेमाल किया जा सकता है और हल्के फुल्के स्क्रैच अगर लग भी जाए तो भी आपका डाटा नष्ट नहीं होता है

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